दस दिन में ही कोरोना से मरने वालों की संख्या जानकर रह जाएंगे हैरान






नयी दिल्ली, देश में कोरोना वायरस तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है वहीं इससे मरने वाल़ों की संख्या बड़ी शीघ्रता से बढ़ रही है और मात्र 10 दिनों में मृतकों की संख्या 60 हजार से 70 हजार को पार कर गई।

केंद्रीय परिवार एवं स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से रविवार को जारी आंकड़ों में पिछले 24 घंटों में 1065 मरीजों की मौत से कुल 70,626 लोगों की वायरस जान ले चुका है।

यह दूसरी मर्तबा है कि कोरोना मृतकों की संख्या में 10 दिनों में 10 हजार से अधिक का इजाफा हुआ है। इससे पहले मृतकों की संख्या 40 से 50 हजार पहुंचने में भी दस दिन ही लगे थे।

पिछले 24 घंटों में रिकार्ड 90,633 मामलों से कुल संक्रमित 41,13,812 हो गए और विश्व में अमेरिका के बाद संक्रमण के मामले पर दूसरे स्थान पर आ गया।

वायरस से 28 अगस्त से छह सिंतबर तक के दस दिनों में दस हजार 161 मरीजों की संक्रमण से मौत हुई । इस दौरान सबसे अधिक चार और पांच सितंबर के आंकड़ो में वायरस से दोनों दिनों में रोज 1096--1096 लोगों की मौत हुई और इस दौरान सबसे कम 819 एक सितंबर को संक्रमण से मरने वाले रहे। इन 10 दिनों में सात दिन मृतकों की संख्या एक हजार से अधिक और मात्र तीन दिन एक हजार से कम रही ।

थोड़ा सुकून देने वाली बात यह रही कि इस दौरान कुल संक्रमितों की तुलना में मृतकों का प्रतिशत घटकर 1.72 फीसदी रह गया।

इससे पहले कोरोना से मृतकों की संख्या पर नजर दौड़ाई जाए तो यह तेजी से बढ़ी जरुर किंतु वायरस के रिकार्ड मामले आने के बीच कुल संक्रमितों की तुलना में मरने वालों का प्रतिशत भी विभिन्न कदमों से तेजी से कम लाने में मदद मिली। इनमें आक्रामक जांच, व्यापक निगरानी और वायरस से संपर्क में आने वाले की जल्दी पहचान से वायरस से होने वाली मौतों पर काफी हद तक नियंत्रण रखने में कामयाबी मिली है।

आंकड़ों के अनुसार कोरोना से एक से दस हजार मौतों की संख्या पहुंचने में 96 दिन लगे और कुल मरीजों की तुलना में मृतकों का प्रतिशत सबसे अधिक 3.4 प्रतिशत था।

मृतकों की संख्या दस से बीस हजार होने में बीस दिन ही लगे हालांकि प्रतिशत घटकर‌ 2.8 रह गया। बीस से तीस हजार होने में दिनों की संख्या घटकर 17 ही रह गई किंतु राहत की बात रही कि प्रतिशत और घटकर 2.4 पर आ गया।

तीस से चालीस हजार मृतक होने में 13 दिन ही लगे और प्रतिशत‌ 2.1 रह गया। चालीस से पचास हजार की संख्या में सबसे कम महज दस दिन लगे और प्रतिशत और घटकर 1.9 रह गया। अगले दस हजार ‌अर्थात पचास से साठ हजार की संख्या पहुंचने में 11 दिन लगे और मृतक प्रतिशत घटकर 1.8 रह गया।