पति की लंबी आयु के लिए कल निर्जला व्रत रखेंगी सुहागिनें, तैयारी शुरू





प्रयागराज,अखंड सौभाग्य की कामना और पति की दीर्घायु के लिए शुक्रवार को सुहागिन महिलाएं हरतालिका तीज पर निर्जला व्रत करेंगी।



हरितालिका तीज भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। इस वर्ष हरितालिका तीज 21 अगस्त को मनायी जायेगी। हरतालिका तीज का व्रत सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। हरितालिका तीज का व्रत करवा चौथ व्रत से भी कठिन माना जाता है। इसमें सुहागिन महिलाएं सार दिन निर्जला रहती हैं और भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना के साथ महिलाएं पति के हाथों से जल पीकर रात को व्रत तोडेंगी। मान्यता के अनुसार, इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव की अराधना से अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है।



पौराणिक कथा के अनुसार वैधव्य दोष नाशक इस व्रत को सबसे पहले माता पार्वती ने भगवान शिव के लिए रखा था। माता पार्वती ने भगवान भोलेनाथ को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तप किया था। हिमालय पर गंगा नदी के तट पर माता पार्वती ने भूखे-प्यासे रहकर तपस्या की। उत्तर प्रदेश के साथ ही बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ तथा राजस्थान में हरितालिका तीज पर्व को स्त्रियों के प्रमुख पर्व के रूप में मनाया जाता है।



गंगा-यमुना के संगम तट पर स्नान करने के बाद महिलएं पूजा-पाठ करेंगी। वैश्विक महामारी कोरोना को देखते हुए मंदिरों में पूजा पाठ के लिए बंदिश लगा दी गयी है। महिलाएं घरों में ही पूजा पाठ करेंगी। हरतालिका पर्व के लिए महिलाएं बाजार में सामाना की खरीदारी कर रही हैं। खरीदारी में वह शोसल डिस्टेसिंग का पालन करना शायद भूल जाती हैं। बाजार में शिव-पार्वती की छोटी-छोअी मूर्तियाें के साथ अन्य पूजा-पाठ के सामानों की खरीदारी जोरो पर हैं।