देश के इतने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैला कोरोना का प्रकोप

 


नयी दिल्ली, कोरोना वायरस का प्रकोप देश के 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैल चुका है।


देश में काेरोना वायरस  संक्रमितों की मृत्यु दर अब तक महज 3.3 प्रतिशत रही है।


स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इनमें शून्य से 45 वर्ष तक के लोग 14.4 प्रतिशत, 45 से 60 वर्ष तक के लोग 10.3 प्रतिशत, 60 से 75 वर्ष तक के लोग 33.1 प्रतिशत और 75 वर्ष से अधिक लोग 42.2 प्रतिशत रहे हैं।


मंत्रालय की ओर से  जारी किये गये आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वायरस का प्रकोप देश के 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैल चुका है। देश के विभिन्न राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के 957 नये मामले सामने आने के साथ ही संक्रमण के अब तक कुल 14792 मामले हो गये हैं जिनमें 76 विदेशी मरीज भी शामिल हैं। अब तक 2015 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस से 36 और लोगों की मौत के बाद मृतकों का आंकड़ा 488 हो गया है।


देश में शनिवार सुबह तक कोरोना वायरस से संक्रमित 14378 लोगों में से 29.8 प्रतिशत मरीज दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में आयोजित तबलीगी जमात से जुड़े या उनके संपर्क में आये लोगों से संबंधित हैं।


स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता लव अग्रवाल ने आज यहां बताया कि कुल 14378 संक्रमितों में से 4291 संक्रमित तबलीगी जमात में शामिल हुए या उनके संपर्क में आये लोग हैं। अब तक देश के 23 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में तबलीगी जमात से जुड़े लोगों के संक्रमित होने के मामले सामने आये हैं। तमिलनाडु में 84, दिल्ली में 63, तेलंगाना में 79, उत्तर प्रदेश में 59, आंध्र प्रदेश में 61, असम में 91 और अंडमान-निकोबार में 83 प्रतिशत संक्रमित तबलीगी जमात से जुड़े या उनके संपर्क में आये लोग हैं। अरुणाचल प्रदेश में एक व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है और वह तबलीगी जमात में शामिल हुआ था।


उन्होंने कहा कि इससे स्पष्ट है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करना कितना घातक साबित हो सकता है। इसके मद्देनजर सरकार के सोशल डिस्टेंसिंग संबंधी निर्देशों का पालन सभी को अवश्य करना चाहिए जिससे कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग को जीतने में सफलता हासिल की जा सके।


उन्होंने कहा कि तथ्यों से पहले ही साबित हो चुका है कि बुजुर्ग और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोग कोरोना वायरस की चपेट में जल्दी आ जाते हैं और उनकी मृत्यु दर भी अधिक रहती है। इन तथ्यों के मद्देनजर सभी को यह ध्यान रखना चाहिए कि बुजुर्ग और बीमार लोगों से दूरी बना कर रखी जाए। घरों में सामान्य कार्य-व्यवहार के दौरान भी बुजुर्गों-बीमारों से दूरी बनाये रखनी चाहिए जिससे उन्हें संक्रमित होने की किसी तरह के आशंका ही न रहे।


उन्होंने बताया कि केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. हर्षवर्धन ने दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल और स्वास्थ्य सत्येन्द्र जैन और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो काॅफ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की थी और यहां के हालात की समीक्षा की थी। डा. हर्षवर्धन ने रक्त आदि की उपलब्धता की जानकारी ली और इसके लिए रेडक्राॅस सोसाइटी की मदद लेने का भी सुझाव दिया।


इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली सरकार अब कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से किसी भी कोरोना योद्धा की मौत पर उनके परिवार को एक करोड़ रुपये की सम्मान राशि देगी।


श्री केजरीवाल ने संवाददाता सम्मेलन में इसकी घोषणा करते हुए शनिवार को कहा कि अब तक इस योजना के तहत अस्पतालों के डाॅक्टर, नर्स, सफाई कर्मचारी, लैब टेक्निशियन और अन्य कर्मचारियों को सहायता देने का प्रावधान था, जिसे संशोधित किया गया है। अब यदि ड्यूटी करते हुए किसी पुलिसकर्मी, सिविल डिफेंस, प्रिंसिपल, शिक्षक आदि की भी कोरोना वायरस की वजह से मौत होती है तो उनके परिवार को एक करोड़ रुपये की सम्मान राशि दी जाएगी।


मुख्यमंत्री ने बताया कि जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, ऐसे करीब 31 लाख गरीब लोगों ने मुफ्त राशन प्राप्त करने के लिए आवेदन किया है। दिल्ली सरकार सभी को राशन मुहैया कराएगी। लाॅकडाउन की वजह से आर्थिक तंगी से जूझ रहे पब्लिक सर्विस व्हीकल (पीएसवी) चालकों के अभी तक करीब एक लाख आवेदन आए हैं जिनके खाते में पांच-पांच हजार रुपये की राहत राशि भेजी जा रही है।